संस्कृत श्लोक अर्थ सं गच्छध्वं सं वदध्वम् – एकता और समरसता का वैदिक मंत्र | Ekk Nayi Soch अप्रैल 26, 2025
सोम देवता त्वं सोम क्रतुभिः सुक्रतुर्भूः – श्रेष्ठ कर्मों से जीवन सार्थक बनाओ | ऋग्वेद १।९९।२ अप्रैल 06, 2025